
एक तरफ जहां देश में नई बाइक्स (मोटरसाइकिल) का बाजार बड़ा है तो वहीं पुरानी (used/secondhand) बाइक्स की भी मांग काफी तेज है। नई बाइक को खरीदना बेहद आसान है जबकि एक पुरानी बाइक को खरीदना उतना ही मुश्किल भरा हो जाता है। अक्सर देखने में आता है कि लोग पुरानी बाइक खरीदते समय ठगी का शिकार हो जाते हैं। सस्ते के चक्कर में कई बार लोग परेशानी में पड़ जाते हैं, जिससे बाद में पैसे के साथ मन की शांति भी चली जाती है। ज्यादातर मामलों में डील खराब बाइक को अच्छा बताकर बेच देते हैं, जोकि आगे चलकर एक महंगा सौदा महंगा साबित होता है। ऐसे में यहां हम आपको कुछ ऐसे टिप्स बता रहे हैं जो आपको एक पुरानी बाइक खरीदने में मदद करेंगे। आइये जानते हैं कि एक पुरानी बाइक खरीदते समय किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सर्विस रेकॉर्ड सबस पहले करें चेक
जो भी सेकंड हैंड बाइक आपने पसंद की है, यानी जिसे आप खरीदने जा रहे हैं, सबसे पहले बाइक की सर्विस हिस्ट्री देखें, इससे आपको इस बात का पता चल जायेगा कि बाइक की सर्विस कब और कितनी बार हुई है। सर्विस हिस्ट्री से यह भी पता चल जाएगा कि इंजन ऑयल सही समय पर बदलवाया है या नहीं। इसके अलावा गाड़ी की RC ठीक से चेक करें। अक्सर लोग अपनी बाइक की सर्विस ठीक से नहीं कराते या फिर मिस कर देते हैं जिसकी वजह से बाइक का इंजन और अन्य पार्ट्स ख़राब होने लगते हैं।
इंश्योरेंस के पेपर्स जरूर देखें
जिस सेकंड हैंड बाइक को आप खरीदने जा रहे हैं, तो खरीदते समय उसका इंश्योरेंस ठीक से देख लें कि उसका इंश्योरेंस कराया गया है या नहीं. इंश्योरेंस के पेपर्स आपके नाम से ट्रांसफर हो जाए, यह भी सुनिश्चित करा लें. ध्यान रहे कि बाइक बेचने की तारीख तक उस बाइक का रोड टैक्स चुका दिया गया है या नहीं। इंश्योरेंस पेपर्स का सही होना बेहद जरूरी है।
मैकेनिक से भी चेक करवा लें
जब भी कोई सेकंड हैंड बाइक फाइनल करने जाएं तो एक बार किसी जानकार मैकेनिक को भी जरूर साथ लेकर जाएं, क्योंकि मैकेनिक, बाइक को देखकर और उसे स्टार्ट करके आपको बता देगा कि यह खरीदने लायक है या नहीं। अगर बाइक ठीक हुई तो आपको उसी समय यह मालूम हो जाएगा कि डील फाइनल करनी है या नहीं।
टेस्ट राइड भी है जरूरी
जिस बाइक को आप खरीदने जा रहे हैं उसे खरीदने से पहले उसकी एक राइड भी लेकर देख लें, याकि आपको यह तो पता चल जयेगा कि बाइक अच्छी है या नहीं। बिना ड्राइव किये सौदा फाइनल न करें. बाइक चलाकर उसका पिकअप, गियर शिफ्टिंग, एक्सिलेरेटर का पता लगाया जा सकता है।
NOC लेना न भूलें
किसी भी वाहन को खरीदते समय वाहन के मालिक से उसकी NOC जरूर लेना न भूलें, इस बात पर भी ध्यान रखे कि बाइक पर कोई लोन तो नहीं चल रहा है,अगर बाइक को लोन लेकर बाइक खरीदी गई है तो आपको उस व्यक्ति से ‘नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट’ लेना जरूरी है।यह सर्टिफिकेट इस बात का प्रमाण होगा कि उसने लोन की सारी रकम चुका दी है।