
क्या आपको पता है कि अब तक आपके नाम पर कितने सिम जारी हो चुके हैं? अगर नहीं, तो पता लगाने का आसान तरीका मौजूद है। दूरसंचार विभाग ने संचार साथी (https://sancharsaathi.gov.in) नाम से एक नया पोर्टल लॉन्च कर दिया है। इस पोर्टल के तहत टेलीग्राम एनालिटिक्स फॉर फ्रॉड मैनेजमेंट एंड कंज्यूमर प्रोटेक्शन (TAFCOP) की सुविधा है, जिसकी मदद के कोई भी मोबाइल यूजर अपने मोबाइल नंबर की मदद से चेक कर सकते हैं कि उनके नाम से अब तक कितने सिम कनेक्शन लिए गए हैं। अगर कोई नंबर आपके नाम से नहीं है, तो उसे यहीं से रिपोर्ट भी किया जा सकता है। आइए पता लगाएं आपके नाम से अब तक कितने सिम कनेक्शन लिए गए हैं…

मोबाइल नंबर से चेक करें कितने सिम एक्टिव हैं
आपके नाम पर अब तक कितने सिम जारी हो चुके हैं, उसे पता लगाने के लिए निम्न स्टेप को फॉलो कर सकते हैं…
- सबसे पहले TOFCOP की वेबसाइट (https://tafcop.sancharsaathi.gov.in/telecomUser/) पर जाएं।
- अब यहां होम पेज पर दिए गए बॉक्स में अपना 10 अंकों वाला फोन नंबर दर्ज करें।
- यहां पर नीचे दिए गए कैप्चा को दर्ज करने के बाद वैलिडिट करना करना होगा।
- इसके बाद आपके द्वारा दर्ज किए गए मोबाइल नंबर पर ओटीपी (OTP) आएगा। इसे दर्ज करने के बाद आप यहां पर लॉगइन कर पाएंगे।
- इसके बाद आपके नाम से अब तक जारी सिम की डिटेल दिखाई देगी। अगर आप चाहें, तो यहां से उन नंबरों की रिपोर्ट कर सकते हैं, जो उपयोग में नहीं हैं या फिर लग रहा है कि किसी सिम को आपके नाम पर जारी कर दिया है, तो यह रिपोर्ट करने का सबसे आसान तरीका है।
- वेबसाइट के मुताबिक, अब तक सिम से संबंधित 85642 रिक्वेस्ट प्राप्त हुए हैं, जिनमें 2993 मामले का समाधान किया जा चुका है।

TAFCOP एफएक्यू
भारत में एक व्यक्ति कितने मोबाइल कनेक्शन रख सकते हैं?
एक व्यक्ति भारत में सभी टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर को मिलाकर अधिकतम 9 मोबाइल कनेक्शन रख सकते हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर, असम और उत्तर पूर्वी राज्यों के यूजर्स के लिए यह संख्या सिर्फ 6 हैं।
मोबाइल कनेक्शन के लिए कैसे रिपोर्ट कर सकते हैं?
अगर किसी मोबाइल कनेक्शन का उपयोग नहीं कर रहे हैं या फिर आपके नाम से कोई सिम जारी कर दिया गया है, तो फिर निम्न तरीके से रिपोर्ट कर सकते हैंः
- सबसे पहले संचार साथी पोर्टल पर जाएं।
- यहां पर मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी का उपयोग कर लॉगइन करें।
- फिर मोबाइल कनेक्शन के माध्यम से जाएं और ‘This is not my number’ या ‘Not required’ वाले विकल्प को चेक करें।
- रिक्वेस्ट को सबमिट करने के लिए ‘Report’ बटन पर क्लिक करें।
क्या होगा जब मोबाइल कनेक्शन के लिए रिपोर्ट करेंगे?
अगर आप ‘This is not my number’ या ‘Not required’ के लिए पोर्टल पर रिपोर्ट करते हैं, तो फिर इसे री-वेरिफिकेशन के लिए सर्विस प्रोवाइडर को भेजा जाता है।
री-वेरिफिकेशन प्रोसेस क्या है?
री-वेरिफिकेशन सर्विस प्रोवाइडर के पास उपलब्ध रिकॉर्ड के जरिए मौजूदा ग्राहक की पहचान की पुष्टि करने की प्रक्रिया है। यह किसी भी डिजिटल तरीके का उपयोग करके किया जा सकता है। वास्तविक यूजर की पहचान को सुनिश्चित करने के लिए उनकी तस्वीर और उसकी पहचान के प्रमाण (POI) डॉक्यूमेंट की तुलना मौजूदा रिकॉर्ड से की जाती है।
री-वेरिफिकेशन के लिए समय सीमा क्या है?
री-वेरिफिकेशन के लिए फ्लैग किए गए मोबाइल सिम के लिए विभिन्न गतिविधियों की समय-सीमा कुछ इस प्रकार हैः
- आउटगोइंग सेवाओं को 30 दिनों के भीतर निलंबित कर दिया जाएगा।
- इनकमिंग सेवाओं को 45 दिनों के भीतर निलंबित कर दिया जाएगा।
- 60 दिनों के भीतर री-वेरिफिकेशन की प्रक्रिया विफल रहती है, तो मोबाइल कनेक्शन को डिसकनेक्ट कर दिया जाएगा।
नोट: यदि कोई यूजर अंतरराष्ट्रीय रोमिंग पर है या दिव्यांग या फिर अस्पताल में भर्ती है, तो ऐसी परिस्थिति में अतिरिक्त 30 दिन प्रदान किए जा सकते हैं।
अगर मोबाइल कनेक्शन गलत तरीके से लिए गया है तो उनके खिलाफ क्या एक्शन होगा?
ऐसे मामलों में ऐसे सब्सक्राइबर के खिलाफ पुलिस शिकायत/एफआईआर दर्ज की जाएगी।
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