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आखिर क्यों लग जाती है कार में आग ?

किसी भी कार में आग लगने के कई कारण होते हैं। अक्सर इस तरह की घटना में लोग कार के अंदर ही जिंदा जलकर खाक हो जाते हैं। ऐसी घटनाएं कभी भी हो सकती है।

भारतीय क्रिकेटर ऋषभ पंत उस समय बाल-बाल बच गए जब उनकी मर्सिडीज जीएलई (Mercedes GLE SUV) एसयूवी देहरादून में रुड़की के पास तेज गति से दुर्घटनाग्रस्त हो गई और उसमें आग लग गई।

आमतौर पर आधुनिक कारों में प्लास्टिक, फोम, बिजली के तारों या कपड़े आदि का उपयोग आग का खतरा पैदा करती हैं।

कई बार लोग लोग पैसा बचाने चक्कर में नकली सस्ती एक्सेसरीज को अपनी कार में बिना ट्रेंड मेकैनिक से फिट करवा लेते हैं। कई बार गलत वायरिंग से कार में शॉर्ट सर्किट की वजह से आग लग जाती है।

नकली CNG किट भी लाग लगने का कारण हो सकता है। अक्सर पैसा बचाने के चक्कर में लोग नकली और सस्ती CNG किट लगवा लेते हैं। यह बेहद खतरनाक हो सकता है।

कई चलती कार में आग लगने का कारण ओवर हीटिंग, फ्यूल लीकेज अथवा वायरिंग में शार्ट सर्किट होना होता है। कई बार गाड़ी में टक्कर लगने और फ्यूल के रिसने से भी आग लग जाती है।

कार में कभी भी फालतू एक्सेसरीज न लगवाएं। ये आपकी कार की बैटरी पर ज्यादा लोड डालते हैं,जिसकी वजह से शार्ट-सर्किट के चांस ज्यादा रहते हैं।

कार आग की चपेट में आ रही है तो तुरंत कार को साइड में लगा कर बाहर निकल जाएं। आग की चपेट में आते ही कार्बन मोनोऑक्साइड गैस फैलने लग जाएगी, जो बेहद खतरनाक साबित हो सकती है।

कार के बोनट को न खोलें। यदि आपने ऐसा किया तो आग को ऑक्सीजन मिल जाएगी और आग ज्यादा फल जाएगी। यदि आपकी कार में अग्निशमन यंत्र है तो उससे आप कार की आग पर कंट्रोल कर सकते हैं।

अपनी कार में एक फायर एक्सटिंग्विशर जरूर रखें, आग लगने की स्थिति में बुझाने में मदद मिलेगी। 

सर्विसिंग ऑथोराइज्ड सर्विस सेंटर से ही करानी चाहिए। लोकल जगह से कार की सर्विस कराते हैं, तो कई बार अप्रशिक्षित मैकेनिक के हाथों से कार में गड़बड़ी हो जाती है जोकि खतरनाक साबित होती है।

कार में सीट बेल्ट कटर और छोटा हथौड़ा भी रखें, जि‍ससे कार का शीशा तोड़ने में मदद मिले।