5G से आगे 6G की तैयारी में जुटा Jio, इस अल्ट्राफास्ट नेटवर्क के हैं जबरदस्त फायदे

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भारत की बाकी कंपनियां अभी 4G और 5G की ही बातें कर रही हैं वहीं Jio ने 6G की ओर कदम बढ़ा दिया है। कंपनी ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी है कि Jio ने 6G technology में रिचर्स और डेवलपमेंट के लिए फ़िनलैंड की University of Oulu से हाथ मिलाया है। इस साझेदारी के तहत दोनों संगठन 6G के लिए आधार तैयार करेंगे जिससे​ कि इस तकनीक के उपयोग और उसके अवसर के बारे में गहनता पूर्वक अध्ययन किया जा सके। इकसे साथ ही यह साझेदारी उद्योग और अकैडमी के बीच एक विश्व स्ततरिय पूल के रूप में कार्य करेगा जिससे हवाई और अंतरिक्ष संचार, होलोग्राफिक्स बीमफॉर्मिंग, सायबर सिक्योरिटी, 3डी कनेक्टेड इंटेलिजेंस, माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्सस और फोटोनिक्स यानी लाइट वेब आधारित फिजिकल साइंस के क्षेत्र में नई तनकीकी को पेश किया जा सके।

गौरतबल है कि University of Oulu की यह साझेदारी Jio Estonia के साथ की गई है। Jio Estonia रिलायंस इंडस्ट्रीज की मालिकाना हक वाली कंपनी Reliance Industrial Investments and Holdings Ltd द्वारा स्थापित की गई है जो कि स्टोनिया में व्यापार से जुड़ी है। इसे भी पढ़ें : 2022 में रियलमी का 5G को लेकर है बड़ा प्लान, जानें पूरी खबर

इस साझेदारी के बारे में कपंनी का कहना है कि नई 6G तकनीक 5G की ही उन्नत तकनीक है जो डिजिटलाजेशन को नए स्तर पर ले जाने की क्षमता रखती है। इसके तहत कॉल फ्री मेमो और इंटेलिजेंट सर्फेस जैसे हाई कैपिबिलिटी डाटा सर्विस को टेराहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी के माध्यम से पाया जा सकता है। वहीं जब 5G और 6G दोनों सर्विस उपलब्ध होंगे तो यूजर और बिजनेस के पास डाटा के उपयोग के​ लिए बड़े विकल्प होंगे।

वहीं विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि जियो और Oulu यूनिवर्सिटी का यह सहयोगात्मक प्रयास 6जी इनेबल प्रोडक्ट के विकास में काफी सहायक होंगे। इससे रक्षा क्षेत्र के साथ ही ऑटोमोटिव, व्हाइट गुड्स, इंडस्ट्रियल मशीनरी, उपभोक्ता वस्तुओं, मैनुफैक्चरिंग, स्मार्ट डिवाइसेज और कंप्यूटिंग क्षेत्र के साथ ही ट्रैफिक ऑटोमेशन जैसे सेवाओं में भी काफी नया अनुभव प्राप्त होगा। इसे भी पढ़ें : सस्ता कॉलिंग प्लान, BSNL से बढ़कर नहीं है किसी के पास, देेखें पूरी लिस्ट

इस बारे डायरेक्टर 6G फ्लैगशिप के प्रोफेसर लावाटा-आहो का कहना है कि ”हम जियो स्टोनिया के साथ किए गए इस साझेदारी से काफी खुश हैं। फिलहाल यह विश्व की सबसे बड़ी 6जी रिसर्च प्रोग्राम में से एक है और इसके तहत हमारा उद्देश्य 6जी तकनीक आधारित बेहतर वायरलेस कम्यूनिकेशन सिस्टम डेवलप करना होगा।

वहीं इस बारे में जियो इस्टोनिया के सीईओ तावी कोटका कहते हैं कि ”भारत में Jio के 40 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं। उनसे देखकर पता चलता है कि बड़ी मात्रा में डाटा यूज करने की क्षमता रखते हैं। इसके लिए डाटा संचारित करने की क्षमता का निमार्ण जरूरी है। खास कर डिजिटल सर्विसेज और वर्चुअल वर्ल्ड को देखते हुए यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। एसे में यूनिवर्सिटी आॅफ आॅलू के साथ सहयोग से हम सह सुनिश्चित करना चाहते हैं भविश्य में विश्व में होने वाले इस डेवलपमेंट में हम भी उसी स्तर से विकास करें।

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