ख़बरदार! Google Play Store से गायब हो जाएंगी 9 लाख ऐप्स, जानें बड़ी वजह

27060

अगर आप स्मार्टफोन का इस्तेमाल करते हैं, तो एप्लीकेशन जरूर डाउनलोड करते होंगे। आपको पता होगा कि, बिना एप्लीकेशंस के स्मार्टफोन चलाना काफी मुश्किल है। लेकिन कुछ एप्लीकेशंस आपके स्मार्टफोन का डाटा और आपकी निजी जानकारी लीक भी कर देती हैं। इसी तरह की फर्जी एप्लीकेशंस और Google पर मौजूद करीब 9 लाख ऐसी एप्लीकेशन जिन्हें अब तक अपडेट नहीं किया गया है। साथ ही ये पिछले कई सालों से ऐप स्टोर पर यूं ही पड़ी हुई है। उन पर गूगल कैंची चलाने जा रहा है। अब यह एप्लीकेशन आपको Google Play Store पर नजर नहीं आने वाली हैं। गूगल के साथ-साथ Apple ने भी एप्पल स्टोर की कुछ ऐसी एप्लीकेशंस को हटाने का फैसला किया है। बताया जा रहा है कि, गूगल और एप्पल मिलकर करीब 15 लाख एप्लीकेशन को अपने स्टोर से गायब करने वाले हैं।

आंकड़ों के मुताबिक, गूगल 869,000 एप्लीकेशन प्ले स्टोर से हटाने वाला है, वहीं एप्पल करीब 650,000 एप्लीकेशंस को हटाने का फैसला कर चुका है। ऐसा नहीं है कि यह पहली बार हो रहा है, इससे पहले भी गूगल ने करीब 150 एप्लीकेशंस पर अंकुश लगा दिया था। देश और दुनिया की दोनों ही टेक दिग्गज अपने यूजर्स का ख्याल रखते हुए इन एप्लीकेशंस को अपने स्टोर से हटा रहीं हैं।

यह भी पढ़ें: सामने आई Oppo Pad Air की झलक, Snapdragon 680 SoC प्रोसेसर के साथ जल्द होगा लॉन्च

क्या है बड़ी वजह

दरअसल गूगल और एप्पल ने यह फैसला अपने ग्राहकों की सुरक्षा के मद्देनजर लिया है। आपको बता दें कि, गूगल और एप्पल स्टोर पर कई ऐसी एप्लीकेशंस मौजूद हैं। जो कई सालों से अपडेट नहीं की गई हैं और इन एप्लीकेशन के माध्यम से कई बार लोगों का निजी डेटा एकत्रित कर लिया जाता है। दोनों ही कंपनियों ने ग्राहकों की सुरक्षा और इन एप्लीकेशंस को हटाकर अपने सरवर की सफाई का काम शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि, गूगल के इन एप्लीकेशंस को हटाने के बाद ऐप्स की संख्या एक तिहाई कम हो जाएगी। इसके साथ ही कंपनी ने ऐप निर्माताओं को ई-मेल भेजकर इस बात की सूचना भी दे दी है। अगर ऐप निर्माता इन एप्लीकेशन को अपडेट करना चाहे तो वे अपडेट कर सकते हैं।

ग्राहकों का पैसा भी लूट लेती हैं कुछ ऐप्स

जानकारी के लिए बता दें कि, दुनिया की बड़ी टेक कंपनी गूगल और एप्पल के स्टोर पर कुछ ऐसी एप्लीकेशन पर मौजूद हैं, जिनकी मदद से लोग ग्राहकों का पैसा लूटने का काम करते हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक इन फर्जी एप्लीकेशंस को 10.5 लाख लोगों ने डाउनलोड किया था। इन लाखों लोगों में 80 देशों के लोग शामिल हैं, जिनमें  सबसे ज्यादा यूजर मिडिल ईस्ट, यूएस और पोलैंड के हैं। इन एप्लीकेशंस की मदद से लोकेशन, IMEI नंबर, फोन नंबर, कंट्री कोड और लोकल भाषा का पता लगा लिया जाता है। यहां तक कि यूजर के ईमेल आईडी और उस पर हो रही गतिविधि सहित कई बड़ी जानकारियां निकल ली जाती हैं।

यह भी पढ़ें: इंडियन्स को भा रहे 4G Tablet, 68 प्रतिशत की बढ़ी सेल! जानें किस ब्रांड को किया गया सबसे ज्यादा पसंद 

आप रहें सावधान

अगर आप भी गूगल और एप्पल के स्टोर्स पर एप्लीकेशन डाउनलोड करते हैं, तो सुरक्षित रहें। जब भी आप किसी एप्लीकेशन को डाउनलोड करें तो प्लेटफार्म पर मौजूद रेटिंग्स और कमेंट के आधार पर ही एप्लीकेशन को डाउनलोड करें। फर्जी एप्लीकेशन से हो रही डाटा चोरी से बचें। 

Web Stories