4G के साथ 5G की तैयारी कर रहा है BSNL, इसी साल आएगा कंपनी का 5G NSA नेटवर्क

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BSNL यूजर्स के लिए बड़ी खबर है। कंपनी इस साल अपनी 4जी सर्विस के साथ सुपरफास्ट 5जी नेटवर्क को भी लॉन्च कर सकती है। यह जानकारी सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (C-DoT) के एक अधिकारी द्वारा दिया गया है। उन्होंने कहा है कि अगस्त 2022 तक बीएसएनएल अपनी 4जी नेटवर्क का कमर्शियल लॉन्च करने वाली है और इसी के साथ पांचवे पीढ़ी की मोबाइल नेटवर्क सर्विस 5जी नॉन स्टैंडअलोन मोड को भी पेश किया जाएगा। इसके पीछे योजना यह है कि जब एक बार बीएसएनएल 4जी के क्षेत्र में अच्छी तरह उपस्थिति दर्ज कर लेगी, तो वे 4जी कोर का उपयोग कर 5जी गैर-स्टैंडअलोन आर्किटेक्चर (एनएसए) नेटवर्क के साथ 5जी सर्विस की भी शुरुआत की जा सकेगी।

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उनका कहना था कि इसके लिए कंपनी प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट (PoC) पर काम कर रही है और इसके ट्रायल के लिए टीसीएस समर्थित कंसोर्टियम को चुना गया है जो कि अंबाला और चंडीगढ़ में फील्ड ट्रायल कर नए नेटवर्क के विस्तार में अपना योगदान देगी। C-DoT के अधिकारी का कहना था कि कहा कि इस साल अगस्त तक कंपनी अपनी 4जी सर्विस लेकर आ रही है और उसी के साथ 5G NSA सर्विस को भी ट्रालय के लिए लॉन्च करेगी। वहीं अगले साल 2023 की तीसरी तिमाही तक BSNL 5G SA सर्विस को लॉन्च किया जा सकेगा।

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वहीं इस बारे में टेलीकॉम कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड (TCIL) के अधिकारी ने भी बयान दिया है जिसमें कहा गया है कि उनकी फर्म सी-डॉट के साथ मिलकर अलग—अगल कई क्षेत्रों में नेटवर्क विस्तार का काम कर रहा है। गौरतलब है कि भारत सरकार ने 5जी इक्यूमेंट को लेकर देश में निर्माण के लिए काफी जोर दिया है और ये कंपनियां ऐसे ही इंडिजिनियस प्रोडक्ट के विस्तार को लेकर अग्रसर हैं।

इस दौरान आईआईटी-कानपुर के डायरेक्टर, अभय करंदीकर का कहना था कि उनकी संस्था दूरसंचार उद्योग के बीच सहयोग बढ़ाने के बारे में कहा है। यह संस्थान सी-डॉट, तेजस नेटवर्क, सांख्य लैब्स, टीसीएस और यहां तक कि क्वालकॉम, सैमसंग, नोकिया जैसी बड़ी कंपनियों के साथ काम करती है। ऐसे में भारत के आईआईटी संस्थानों में चल रहे कई प्रोजेक्ट्स को इंडस्ट्री द्वारा सपोर्ट और स्पांसर किया जा रहा है ऐसे में IIT और अन्य संस्थाएं उद्योग जगत को इनक्यूबेटर के रूप में मदद कर रही हैं, जिससे नए स्टार्टअप बनाने में सफलता मिली है। उन्होंने आगे कहा कि भारत एक ऐसे युग में प्रवेश कर चुका है जहां उद्योग और अकादमी जुड़ाव के लिए अच्छा इकोसिस्टम बन रहा है।

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