पश्चिम बंगाल में इस्तेमाल हो सकता है बूथ एप, धांधली का पता लगते ही मचा देगा शोर

721

चुनावों में धांधली की खबरें आमतौर पर आती रहती हैं। कभी उम्मीदवार की तरफ से फ्रॉड करने का आरोप लगता है तो कभी सरकार पर चुनाव कर्मचारियों के ऊपर दबाव डालकर नतीजों को अपने पक्ष में करने का आरोप लगता है। यही सब वजह हैं कि कई बार तो ईवीएम पर भी सवाल उठ चुके हैं। फिलहाल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव में फर्जी मतदाताओं की पहचान करने और चुनाव प्रक्रिया के ब्योरे जल्द से जल्द सामने लाने के लिए निर्वाचन आयोग अपने बूथ मोबाइल एप का पूरी तरह से इस्तेमाल कर सकता है।

निर्वाचन आयोग द्वारा ‘बूथ’ मोबाइल एप को इस्तेमाल किए जाने की सूचना सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर है। अगर ऐसा होता है तो पश्चिम बंगाल पहला राज्य होगा जहां की चुनावी प्रक्रिया में इस एप का पूरी तरह से इस्तेमाल किया जाएगा। निर्वाचन आयोग के अधिकारी ने बताया, ‘यह अभी योजना के स्तर पर है। अभी कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया हैं। हमें उम्मीद है कि इससे पारदर्शी और निष्पक्ष चुनाव कराने में मदद मिलेगी।’ 

निर्वाचन आयोग के मुताबिक यह ‘बूथ’ एप निर्वाचन आयोग के सर्वर से जुड़ा है और कूट (इनक्रिप्टेड) तरीके से आंकड़े देने में सक्षम है। जानकारी, ‘यह लिंग और आयु आधारित मतदान की जानकारी देता है। यह मतदान की गति और चुनाव संबंधी अन्य जानकारी भी देता है।’ 

बताया जा रहा है कि फोटो मतदाता पर्ची पर कूटबद्ध क्यूआर कोड होगा जिसे मतदाता को मतदान केंद्र में प्रवेश देने से पहले स्कैन किया जाएगा। मतदान करने से पहले इस कोड को दूसरी बार स्कैन किया जाएगा।

जानकारी के मुताबिक जैसे ही मतदाता मतदान करेगा, उसका डाटा निर्वाचन आयोग के सर्वर पर चला जाएगा। इससे चुनाव सेंटर पर मतदान करा रहे पीठासीन अधिकारी रियल टाइम में मतदान प्रतिशत और अन्य जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि इससे चुनाव प्रक्रिया को न केवल गति मिलेगी बल्कि सही जानकारी दर्ज हो यह सुनिश्चित होगा।

बूथ एप यह भी पता लगाने में सक्षम है कि कहीं कोई एक ही मतदाता 2 बार तो मतदान नहीं कर रहा है। यदि ऐसा होता है तो चुनाव अधिकारियों के फोन में तेज आवाज करके उन्हें अलर्ट कर देगा। इस एप का इस्तेमाल ट्रायल के तौर पर साल 2019 के चुनाव के दौरान उत्तर प्रदेश के पांच, महाराष्ट्र ,बिहार और पंजाब के तीन बूथों और झारखंड की 10 सीटों पर किया गया था। पश्चिम बंगाल की 294 सदस्यीय विधानसभा सीटों लिए चुनाव इस साल अप्रैल-मई में होने वाले हैं।

Web Stories