देश में इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्माण जोर-शोर से हो रहा है, लेकिन पिछले कुछ 6 महीने में इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने के मामले धड़ल्ले से बढ़ने लगे हैं। इन मामलों को देखते हुए सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहन बना रही सभी कंपनियों को चेतावनी दी है कि वे नए इलेक्ट्रिक वाहनों के लॉन्च पर अंकुश लगाएं। भारतीय सरकार का मानना है कि, जब तक इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने के मामलों के पीछे की वजह सामने नहीं आती, कंपनियों को नई इलेक्ट्रिक गाड़ियों को लॉन्च नहीं करना चाहिए। इकोनामिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक ट्रांसपोर्ट और हाईवे मिनिस्ट्री ने यह निर्णय इलेक्ट्रॉनिक गाड़ियां बना रही कंपनियों के साथ हुई एक मीटिंग में लिया है। जिस तरह से पिछले कुछ महीनों में इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगी और कई लोगों की जान गई है। सरकार का इस दिशा में यह कदम अहम माना जा रहा है।
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सभी कंपनियों को मिली चेतावनी
परिवहन मंत्रालय ने सभी इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियों के साथ बैठक के दौरान अपनी यह बात रखी है। सरकार का मानना है कि, जब तक इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की जांच पड़ताल जारी है। इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं को इस बात का ध्यान रखकर नए लॉन्च पर रोक लगानी होगी। बता दें कि इससे पहले परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर इस तरह की चेतावनी दी थी, जिसके बाद कई इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं ने अपने स्कूटरओं को जांच के लिए वापस बुला लिया था।
कई कंपनियों ने इलेक्ट्रिक वाहन वापस बुलाए
नितिन गडकरी के निर्देश और सरकार के कड़े रुख के बाद सभी कंपनियों ने अपने इलेक्ट्रिक वाहनों को जांच के लिए बुला लिया है। आंकड़ों को देखें तो देश की प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक वाहन कंपनी Ola ने अब तक 1500 के करीब इलेक्ट्रिक स्कूटर वापस बुला लिए हैं। वहीं Okinawa Autotech और PureEV ने भी अपने स्कूटरों को वापस बुला लिया है।
सुरक्षा को मद्देनजर रखते हुए सरकार ने उन कंपनियों को भी निर्देश दिए हैं, जिन कंपनियों के इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने के मामले सामने नहीं आए हैं। सरकार का निर्देश है कि, सभी कंपनियां इस बात पर गौर करें कि, वाहन सुरक्षित हो, इसके बाद ही इसकी बिक्री पर जोर दिया जाए।
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ग्राहकों को जरूरी सीख देने का भी निर्देश
सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए इलेक्ट्रिक वाहन निर्माताओं को यह भी निर्देश दिया है कि, वे ग्राहकों को इलेक्ट्रिक वाहन के इस्तेमाल पर जागरूक करें। कई बार इलेक्ट्रिक वाहनों में ग्राहकों की अनदेखी के चलते अभी आग लगने के मामले सामने आते है। सरकार का मानना है कि, ग्राहकों को इस बात का पता होना चाहिए कब इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करना है और कब किस समस्या के अनुसार सही कदम उठाना है। इसके अलावा बैटरी चार्जिंग को लेकर भी ग्राहकों की समझ बढ़ाने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
सरकार का यह कदम उन लोगों को राहत जरूर देगा, जो इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने से कतराने लगे थे। अगर आगे सही ढंग से वाहनों की सुरक्षा का ख्याल रखा जाता है, तो इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति जनता की समझ फिर से बढ़ सकती है।